शब्दांच्या जाती
शब्दांच्या जाती Shabdancha jati | मराठी व्याकरण Marathi vyakaran | Parts of speech in marathi
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शब्दांच्या जाती :-
शब्दांच्या जाती म्हणजे शब्दांचे प्रकार वाक्यात जे शब्द येतात त्याची कार्य विविध प्रकारची असतात. त्या शब्दाच्या वाक्यातील कार्यावरुन न्यांना वेगवेगळी नावे देण्यात आली.
शब्दांच्या जातीचे प्रकार :
१) विकारी
- नाम
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रियापद
२) अविकारी
- क्रियाविशेषण अव्यये
- उभान्वी अव्यये
- शब्दयोगी अव्यये
- केवलप्रयोगी अव्यये
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# विकारी शब्द
विकारी शब्द म्हणजे लिंग , वचन , विभक्ती यांचा परिणाम होऊन त्यांच्यात बदल होतो . असे शब्द नाम , सर्वनाम , विशेषण , क्रियापद या शब्दाचा प्रकारंना विकारी शब्द म्हणतात .
# अविकारी शब्द
अविकारी शब्द म्हणजे ज्या शब्दावर लिंग , वचन , विभक्ती यांचा परिणाम होत नाही . क्रियाविशेषण अव्यये , उभान्वी अव्यये , शब्दयोगी अव्यये , केवलप्रयोगी अव्यये या शब्दाचे प्रकार अविकारी शब्दांत मोडतात .
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# नाम
प्रत्येक्ष दिसणाऱ्या किंवा कल्पनेने जाणलेल्या वस्तूंना किंवा त्यांच्या गुणधर्माना दिलेली. जी नावे आसतात त्यांना व्याकरणात नाम असे संबोधले जातात .
उदा. पुस्तक, चेंडू, देव, स्वर्ग, गोडी
नामाचे दोन मुख्य प्रकार पडतात.
अ) धर्मवाचक नाम
आ) धर्मिवाचक नाम
सामान्य नाम, विशेष नाम, भाववाचक नाम या तीन नामांची विभागणी या दोन प्रकारात होते.
धर्मिवाचक नाम :- १) सामान्य नाम २) विशेष नाम
धर्मवाचक नाम :- १) भाववाचक नाम
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# धर्मिवाचक नाम-
गुण म्हणजे धर्म, ज्यामध्ये असते तो धर्मि, कुठलाही गुण स्वतंत्रपणे अस्तीतवात नसतो. तो कुठल्यान कुठल्या पदार्थाति, वस्तूत, व्यक्तीत असतो म्हणून ज्या नामानी गुण धारण करणाऱ्या प्राण्यांचा वा पदार्थाचा वा त्यांच्या समुदायाच्या बोध होतो. त्या नामांना धर्मिवाचक नाम असे म्हणतात.
* सामान्य नाम -
एका जातीच्या पर्दाथातील समान गुणधर्मामुळे त्या वस्तूला सर्वसामान्य नाव दिलेले असते याला सामान्य नाम असे म्हणतात.
उदा. मुलगा, घर, शाळा, नदी, लेखनी
सामान्य नामाचे प्रकार-
(अ) समुदायवाचक सामान्य नाम
(आ) पदार्थवाचक सामान्य नाम
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समुदायवाचक सामान्य नाम -
कळप , वर्ग , सैन्य , समिती या समूहाला दिलेली नावे आहे . म्हणून यांना समुदायवाचक सामान्य नाम .
पदार्थवाचक सामान्य नाम -
सोने , तांबे , दुध , साखर , कापड हे संख्येशिवाय इतर परिमाणे मोजण्याचे पदार्थ आहे . म्हणून याला पदार्थवाचक सामान्य नाम म्हणतात .
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विशेष नाम -
ज्या नामाने जातीचा बोध होतो नसून जातीतील एका विशिष्ट व्यक्तीचा प्राण्याचा किंवा वस्तूचा बोध होतो त्याला विशेष नाम म्हणतात .
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भाववाचक नाम -
ज्या नामाने प्राणी किंवा वस्तू यांच्यामध्ये असलेले गुणधर्मा किंवा भाव त्याला गुणधर्म आसतो त्याला भाववाचक नाम असे म्हणतात
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# सर्वनाम :
- नामाऐवजी वापरल्या जाणाऱ्या शब्दाला सर्वनाम असे म्हणतात .
- नामाचा पुनरुच्चार किंवा पुनर्वापर वलण्यासाठी सर्व प्रकारच्या नामाच्या जागी येणाऱ्या विकारी शब्दाला 'सर्वनाम' म्हणतात
सर्वनामाचे प्रकार :-
1) पुरुषवाचक सर्वनाम
2) दर्शक सर्वनाम
3) संबंधी सर्वनाम
4) प्रश्नार्थक सर्वनाम
5) सामान्य सर्वनाम
6) आत्मवाचक सर्वनाम
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विशेषण :-
ज्या नामाबद्दल - विशेष्य अधिक माहिती सांगते त्या नामाला विशेषन असे म्हणतात.2
विशेष्णाचे प्रकार :-
१) गुण विशेषण
२) संख्या विशेषण
३) सार्वनामिक विशेषण / सर्वनामसाधित विशेषण
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क्रियापद :-
वाक्यातील क्रिया दाखवणारा व वाक्याचा अर्थ पूर्ण करणाऱ्या शब्दाला क्रियापद असे म्हणतात.
क्रियापदाचे दोन प्रकार आहे
1) सकर्मक क्रियापद
2) अकर्मक क्रियापद
सकर्मक क्रियापद-
ज्या क्रियापदाचा अर्थ पूर्ण होणयात कामाची जरूरी असते त्याला सकर्मक क्रियापद म्हणतात.
उदा. अनुराग निबंध लिहीते.
राम धार काढतो
अकर्मक क्रियापद-
करत्यापासून निघालेली क्रिया करत्यापाशीच थांबत असेल किंवा करत्याच्या ठिकाणी लय पावत असेल तर ते अकर्मक क्रियापद होय.
उदा. आजा भाऊबीज आहे.
सुनील उदया पुण्याला जाईल.
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क्रियाविशेषण अव्यये :
* क्रियापबद्दल अधिक माहिती सांगणाऱ्या अविकारी शब्दांना किया विशेषण अव्यये असे म्हणतात.
क्रियापदाचे प्रकार-
1) त्यांच्या अर्थावरून - अर्थमूलक प्रकार
2) त्यांच्या स्वरूपावरून - स्वरुप मुलक प्रकार
अर्थमूलक प्रकार
- कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय
- स्थलवाचक क्रियाविशेषण अव्यय
- रीतीवाचक क्रियाविशेषण अव्यय
- संख्यावाचक / परिमानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय .
- प्रश्नार्थक क्रियाविशेषण अव्यय
- निषेधार्थक क्रियाविशेषण अव्यय
स्वरुप मुलक प्रकार
- सिद्ध क्रियाविशेषण अव्यये
- साधित क्रियाविशेषण अव्यये
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शब्दयोगी अव्यये :-
* शब्दांना जोडून येणाऱ्या अविकारी शब्दांना - शब्दयोगी अव्यये असे म्हणतात.
- शब्दयोगी अव्यय ही स्वातंत्र येत नाही मुळची ही क्रियाविशेषण शब्दाला जोडून आल्यास त्यांना शब्दयोगी अव्यये असे म्हणतात .
शब्दयोगी अव्याचे खालील प्रकार
- कालवाचक
- स्थलवाचक
- करणवाचक
- हेतू वाचक
- व्यक्तीरेखा वाचक
- तुलनावाचक
- योग्यता वाचक
- कैवल्य वाचक
- संबंधवाचक
- भागवाचक
- साहचर्यवाचक
- दिक वाचक
- विनिमय वाचक
- परिणामवाचक
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उभयान्वी अव्यये
दोन किंवा अधिक शब्द किंवा वाक्ये जोडणाऱ्या अविकारी शब्दांना उभयान्वी अव्यये असे म्हणतात
प्रकार
- प्रधानत्वसूचक उभयान्वी अव्यये
- गौणत्वदर्शक उभयान्वी अव्यये
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केवलप्रयोगी अव्यये :-
मनातील आनंदाचा, दुःखाच्या आश्चर्यच्या, तिरसकार इ. प्रकारच्या उत्कट भावना व्यक्त करणाऱ्या उद्गारवाची. राच्या अविकारी शब्दाला केवलप्रयोगी अव्यये असे म्हणतात.
प्रकार
- हर्षदर्शक
- शोकदर्शक
- आश्चर्यकारक
- प्रशंसादर्शक
- समंती दर्शक
- विरोधदर्शक
- संबोधनदर्शक
- तिरस्कारदर्शक
- मौनदर्शक
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